उदासीनता वक्र क्या है
उपभोक्ता के व्यवहार को बताने वाले वक्र को उदासीनता वक्र या तटस्थता वक्र कहते हैं। यहाँ हम उदासीनता वक्र के बारे में जानेंगे —
- उदासीनता वक्र क्या है
- उदासीनता वक्र की परिभाषा
- पी.के. साहू के अनुसार
- फर्ग्यूसन के शब्दों में
- केई बोल्डिंग के अनुसार
- लेफ्टविच के अनुसार
- Koutsoyiannis के अनुसार
- मेयर्स के अनुसार
- उदासीनता वक्र की विशेषताएं
उदासीनता वक्र क्या है
उदासीनता वक्र या तटस्थता वक्र उसे कहते हैं, जिसके सभी बिंदुओं पर समान संतुष्टि प्राप्त हो। उदासीनता वक्र (Indifference curve) उपभोक्ता के व्यवहार को बताता है।
उदासीनता वक्र की परिभाषा
पी.के. साहू के अनुसार
यह वस्तुओं की मात्राओं के उन संयोगों का बिंदु है जिसके बीच व्यक्ति तटस्थ यानी उदासीन रहता है, इसलिए इन्हें तटस्थ वक्र कहते हैं।
फर्ग्यूसन के अनुसार
एक उदासीनता वक्र(Indifference Curve) माल का एक संयोजन है, जिनमें से प्रत्येक कुल उपयोगिता का एक ही स्तर प्राप्त करता है, जिसके लिए उपभोक्ता उदासीन है।
केई बोल्डिंग के अनुसार
समान अनुराग दिखाने वाली वक्र रेखाएं तटस्थ वक्र कहलाती हैं, क्योंकि वे वस्तुओं के ऐसे संयोगों को व्यक्त करती हैं, जो एक दूसरे से न तो अच्छे होते हैं और न ही बुरे।
लेफ्टविच के अनुसार
एक एकल उदासीनता वक्र X और Y के विभिन्न संयोजनों को दिखाता है जो उपभोक्ता को समान संतुष्टि देता है।
Koutsoyiannis के अनुसार
एक उदासीनता वक्र बिंदुओं का स्थान है-विशेष-संयोजन के अच्छे-जो उपभोक्ता के लिए समान उपयोगिता पैदा करते हैं ताकि वह उस विशेष संयोजन के प्रति उदासीन हो जो वह उपभोग करता है।
मेयर्स के अनुसार
एक उदासीनता अनुसूची को माल के विभिन्न संयोजनों की अनुसूची के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो संबंधित व्यक्ति के लिए समान रूप से संतोषजनक होगा।