जैव उर्वरक की फसल उत्पादनो में अनुप्रयोग का अध्ययन करना

Bio-fertilizer

जैव उर्वरक क्या है?

भूमि की उर्वरता को टिकाऊ बनाए रखने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने प्रकृतिप्रदत्त जीवाणुओं को पहचानकर उनसे विभिन्न प्रकार के पर्यावरण हितैषी उर्वरक तैयार किए हैं जिन्हें हम जैव उर्वरक या बायो फर्टिलाइजर कहते है।
बायो फ़र्टिलाइज़र जीवित उर्वरक है, जिसमें सूक्ष्मजीव विद्यमान होते हैं। इसलिए इसे 'जीवाणु खाद' भी कहते हैं।

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फसल उत्पादनों में 'जैव उर्वरकों' के निम्न अनुप्रयोग हैं

  1. भूमि की उर्वरा क्षमता बनाए रखने के लिए जैव उर्वरक का काफी प्रयोग किया जाता है। 
  2. जैव उर्वरक का प्रयोग करने से फसल के उत्पादकता में भी वृद्धि होती है। 
  3. इसके अनुप्रयोग से स्वस्थ्य फसल की प्राप्ति होती है। 
  4. कई हानिकारक कीटों का नाश जैव उर्वरक के  माध्यम से किया जा सकता है। 
  5. जैव उर्वरक नाइट्रोजन को जमीन के अंदर संचित करने का कार्य करते हैं जो पौधों के पोषण के लिए अनिवार्य तत्व होते हैं। 
  6. फंगस नामक जैविक उर्वरक भूमि से खनिज लवण विशेष रूप से फास्फोरस अवशोषित कर पौधों को देती हैं जो पौधों के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक पदार्थ होते हैं।
  7. पौधों की लावणीयता (salinity) व सूखे (drought) को सहन करने की क्षमता को बढ़ाती है। 
  8. पादप की समग्र समग्र वृद्धि और विकास में सुधार होता है। 

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